ना भुला पाऊंगा कभी ........
वो तेरी पलकों का ज़िलमिलाना ,
तेरी जुल्फोंमें वो मेरा खो जाना ,
वो मुझे देख के तेरा मुसकुराना ,
और तेरी हँसी से फूलो का वो खिल जाना,
ना भुला पाऊंगा कभी ......
वो तितलियो सा तेरा चलना ,
तेरे हर लफ्ज़ पे मेरा बेहेकना ,
वो तेरा मुझसे लिपट जाना ,
अंगडाई लेके तेरा मुझमे सिमट जाना ,
ना भुला पाऊंगा कभी ,
वो तेरी महेकती सांसे ,
वो तेरे जिस्म की खुश्बू ,
वो तेरी जुल्फों का उलझ जाना,
तेरी उलझी लटों को मेरा सुलझाना ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
वो मेरा पागलपन,
तेरे प्यार में मेरा वो दिवानापन ,
वो तेरा मुझ पे हक जताना ,
मेरे रूठने पर मुझे तेरा वो हँसके मनाना ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
वो सुबहा से तुझे मिलने की आस ,
शाम को वो तेरा इंतजार ,
वो प्यारीसी तेरी बातें ,
वो छोटी सी हमारी मुलाकाते ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
वो तेरा मेरी बातों पे रूठ जाना ,
फिर आके मेरी बाँहों में तेरा सिमट जाना,
शाम को जुदा होने के सबब से ,
वो तेरा उदास होक आंसू बहाना,
ना भुला पाऊंगा कभी .....
वो प्यार में मेरी नासमजी ,
मेरे अरमानो की वो बेबसी ,
बेवकूफों सी वो मेरी गलतियाँ ,
वो हज़ारों तेरी माफियाँ ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
यूँ अचानक तेरा रूठ जाना ,
हजारों बार वो तुझे मेरा मनाना ,
तेरा मुझे वो अनसुना कर के चला जाना ,
अब फासलें हे जो हमारे दरमियाँ ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
अब यूँही मेरा कहीं खोजाना ,
रोते-रोते मेरा रातों को वो सों जाना ,
फिर अचानक तेरा सपनों में चले आना ,
हर दम हर पल वो तेरी यादें ,
ना भूला पाऊंगा कभी ........
अब हर दम तुझे ही याद करना ,
हर राह पे मेरा बस तुझे ही ढुंनढ़ना,
फिर थक कर मेरा वो आँखों को मूंदना ,
जो बातें अभी तक कहनीं हे तुझे बाकी ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
तेरा मुझे यूँ बिच राह में छोड़ जाना ,
बिना कहे मेरी राहों को यूँ मोड़ जाना,
मेरे दिल को तेरा टुकड़ों में यूँ तोड़ जाना ,
आहटों में भी तेरा प्यारसे मुझे ' सत्या ' बुलाना ,
ना भुला पाऊंगा कभी ........
ना भुला पाऊंगा कभी ........
ना भुला पाऊंगा कभी ........
- ' सत्य ' शिवम्
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